teaching properties of matter

Properties of Matter Volume Mass and Density – पदार्थ के गुण मात्रा संहति तथा घनत्व

Blog

Properties of Matter Volume Mass and Density – पदार्थ के गुण मात्रा संहति तथा घनत्व

(Properties of Matter Volume Mass and Density) Students have studied in class IV about the different states of matter. In this, the various physical properties of the three states of matter, solid, liquid and gas, have been highlighted. The main objective of this is to make students identify the three stages through simple activities and make efforts to study their qualities.

विद्यार्थी पदार्थ की विभिन्न अवस्थाओं के विषय में कक्षा -चार में पढ़ चुके हैं। इस में पदार्थ की तीनों अवस्थाओं ठोस, तरल व गैस के विभिन्न भौतिक गुणों पर प्रकाश डाला गया है । सरल क्रियाकलापों के माध्यम से छात्रों को तीनों अवस्थाओं की पहचान कराना तथा उनके गुणों का अध्ययन कराने का प्रयास कराना ही इस का मुख्य उद्देश्य है।

• पदार्थ छोटे-छोटे कणों से मिलकर बने हैं।
• अणुओं के मध्य खाली स्थान होता है।
• अणुओं के मध्य आकर्षण बल होता है।
• ठोस पदार्थों का मापन किस प्रकार किया जाता है ?
• संहति क्या है ?
• द्रव पदार्थों का मापन किस प्रकार किया जाता है ?
• आयतन किसे कहते हैं, यह किस प्रकार मापा जाता है ?
• घनत्व क्या है और इसे कैसे मापते हैं ?

• Matter is made up of tiny particles.
• There is empty space between the molecules.
• There is a force of attraction between the molecules.
• How are solids measured?
• What is a Code?
• How are liquid substances measured?
• What is the volume called, how is it measured?
• What is density and how is it measured?

Activity – क्रियाकलाप : 1

एक चाक लो। इसे फर्श पर घिसो । घिसने से जो चाक पाउडर बना है, उसे आवर्धक शीशे से देखो। पाउडर के छोटे-छोटे कण दिखाई देंगे। अब इस पाउडर को पत्थर की सहायता से अधिक बारीक पीसो और पुनः आवर्धक शीशे से देखो। अब चाक के कण और छोटे रूप में दिखाई देते हैं। इन कणों को और अधिक छोटा किया जा सकता है। पदार्थ के सबसे छोटे कण को अणु कहते हैं। निष्कर्ष -पदार्थ छोटे-छोटे कणों से मिलकर बना होता है । (Properties of Matter Volume Mass and Density)

Activities – गतिविधियां: 2

अध्यापक एक काँच का गिलास लेकर उसमें पानी भरे और आधा चम्मच चीनी डाले। पानी को चम्मच से हिलाए और छात्रों से पूछें।

• क्या पानी में चीनी के कण दिखाई दे रहे हैं ?
• पानी को आवर्धक लैंस से देखने पर क्या चीनी के कण दिखाई देते हैं ?
• चीनी कहाँ गई ?

Conclusion – निष्कर्ष ·

इस क्रियाकलाप के माध्यम से अध्यापक छात्रों को समझा सकता है कि जब चीनी पानी में घुल तब यह बहुत छोटे कणों में विभाजित हो जाती है। इन्हीं कणों से पानी में मीठापन आता है। ये इतने छोटे होते हैं कि आँखों से दिखाई नहीं देते। ये कण चीनी के अणु हैं।

Activities – गतिविधियां: 3

क्या ठोस पदार्थों के अणुओं में खाली स्थान होता है ? एक चाक लेकर उसे नीली स्याही में डुबा कर बाहर निकालो। चाक का रंग नीला हो गया। अब चाक को बीच में से तोड़ो । यह अंदर से भी नीला हो गया ।

Conclusion – निष्कर्ष ·

चाक के अणुओं के मध्य खाली स्थान है, जिसमें नीली स्याही के कण समा गए। ठोस पदार्थों की तरह द्रव पदार्थ भी अणुओं से मिलकर बने हैं। इनके अणुओं के मध्य भी आपस में आकर्षण बल होता है। जिस द्रव के अणुओं में आकर्षण बल अधिक होता है। यह द्रव उतना ही गाढ़ा होता है तथा जिस द्रव के अणुओं के मध्य आकर्षण बल कम होता है, वह द्रव उतना ही पतला होता है । (Properties of Matter Volume Mass and Density)

Activities – गतिविधियां : 4

अध्यापक एक काँच का बीकर ले। उसमें ऊपर तक कंचे डालो । अब इसमें रेत डालो। छात्रों को बताया जाए कि जिस प्रकार रेत कचों के मध्य खाली स्थान में समा गई है, उसी प्रकार चीनी के अणु पानी के अणुओं के मध्य खाली स्थान में समा जाते हैं।

Conclusion – निष्कर्ष :

द्रव पदार्थों के अणुओं के मध्य भी खाली स्थान होता है। क्या गैस के अणुओं के मध्य भी खाली स्थान होता है ?

Activity – क्रियाकलाप : 5

अपनी कक्षा के एक कोने में एक अगरबत्ती जलाओ । कुछ समय बाद इसकी सुगंध पूरे कक्ष में फैल जाएगी । सुगंध के ये कण पूरे कमरे में क्यों फैल गए ?

Conclusion – निष्कर्ष :

सुगंध के ये अणु वायु के अणुओं के मध्य खाली स्थान में समा गए. जिससे पूरे कमरे में सुगंध का पता चलता है।

मापन:

अध्यापक छात्रों को पदार्थ के गुणों को स्पष्ट करने के बाद पदार्थों के मापन से परिचित कराएगा। ठोस वस्तुओं के मापन पर चर्चा करते हुए छात्रों से निम्न प्रश्न किए जा सकते है। दुकानदार दाल, चावल, चीनी आदि ठोस पदार्थों को किस प्रकार तोलता है ?

• तोलने के लिए किस प्रकार की तुला का प्रयोग किया जाता है ?
• संहति किसे कहते हैं ?

किसी वस्तु में विद्यमान पदार्थ की मात्रा को संहति कहा जाता है। इसको निम्न क्रियाकलाप माध्यम से समझाया जा सकता है ।

Activity – क्रियाकलाप : 6

बूट पालिश की खाली डिब्बियाँ, लकड़ी की छड़ और डोरी लेकर एक साधारण तुला बनाए के एक पलड़े पर लोहे का छोटा टुकड़ा ( जैसे बोल्ट आदि ) रखो। जिस पलड़े में बड़ा टुकड़ तुला वह नीचे झुक जाएगा ।

Conclusion – निष्कर्ष :

इस क्रियाकलाप के माध्यम से छात्रों को समझाया जा सकता है कि बड़े टुकड़े में छोटे अपेक्षा पदार्थ की मात्रा अधिक है। अतः किसी वस्तु में पदार्थ की जितनी अधिक मात्रा होगी, उसकी संहति उतनी अधिक होगी

द्रव पदार्थों का मापन:

द्रव पदार्थों का कोई निश्चित आकार नहीं होता, इसलिए ऐसे पदार्थों का मापन किसी बरतन में
रखकर ही कर सकते हैं। द्रव पदार्थों का मापन उनके आयतन के आधार पर व तौलकर दोनों प्रकार से किया जाता है। परन्तु प्रायः आयतन के आधार पर द्रवों का मापन करना एक उचित ढंग है।

Activity – क्रियाकलाप : 7

अध्यापक दो काँच के गिलासों में पानी भरकर छात्रों को दिखाए और उनसे पूछे :

• क्या दोनों गिलासों में पानी का आयतन समान है ?
• पानी का आयतन किस प्रकार मापा जा सकता है ?

• Is the volume of water in both the glasses the same?
• How can the volume of water be measured?

अब एक आयतन मापी लेकर एक गिलास का पानी आयतन मापी में डालें और छात्रों को पानी का आयतन नोट करने के लिए कहें। अब आयतन मापी को रिक्त करके दूसरे गिलास का पानी आयतन मापी में डालें । पुनः इसका आयतन नोट कराए । दोनों आयतनों में क्या अंतर है ?

Conclusion – निष्कर्ष :

इस क्रियाकलाप के माध्यम से छात्रों को द्रव का आयतन मापन आ जायेगा तथा यह भी ज्ञान होगा कि भिन्न-2 बरतनों में रखे । द्रवों का आयतन भिन्न हो सकता है । क्या ठोस पदार्थों का आयतन भी मापा जा सकता है। यह समझने के लिए एक क्रियाकलाप करें।

Activity – क्रियाकलाप : 8

अध्यापक एक बीकर लेकर इसे पूरा पानी से भरें। एक बीकर को अन्य बर्तन में रखें। अब कोई ठोस पदार्थ ले जिसका आयतन ज्ञात करना है, जैसे पत्थर का टुकड़ा । इस पत्थर के टुकड़े को धागे में बांधकर धीरे-2 पानी में डुबाया जाये। ऐसा करने से कुछ पानी बीकर से निकाल कर उसके नीचे रखे बर्तन में आ जायेगा । इस विस्थापित पानी को अब आयतन मापी पात्र में डालकर पानी हा आयतन ज्ञात किया जा सकता है। यह आयतन ठोस पदार्थ का आयतन है। (Properties of Matter Volume Mass and Density)

Conclusion – निष्कर्ष :

इस गतिविधि से स्पष्ट हो सकेगा कि ठोस पदार्थों का आयतन होता है। उनका आयतन किस प्रकार बात किया जा सकता है। छात्रों से चर्चा करते हुए अध्यापक प्रश्न पूछ सकता है।

• क्या समान आयतन वाले भिन्न-भिन्न पदार्थों की संहति भी समान होगी इसको स्पष्ट करने के लिए निम्नलिखित गतिविधि कराई जा सकती है।

Activity – क्रियाकलाप : 9

समान आयतन वाले चार बरतन लो । इन बरतनों में क्रतशः नारियल के तेल, शहद, पानी मिट्टी का तेल भरो । तुला द्वारा इन सब बरतनों की संहति अलग-अलग ज्ञात करो। आप पाएँगे यद्यपि इन चारों द्रवों का आयतन समान है परन्तु सब की संहति अलग-अलग है।

Conclusion – निष्कर्ष :

इस क्रियाकलाप के माध्यम से अध्यापक यह स्पष्ट कर सकता है कि समान आयतन वाले पदार्थों की संहति अलग-अलग होती है । अध्यापक छात्रों से यह प्रश्न करे कि समान संहति पदार्थों का आयतन समान होगा ?

Activity – क्रियाकलाप : 10

यह स्पष्ट करने के लिए अध्यापक छात्रों को निकट की दुकान पर ले जाकर दुकानदार को वस्तुएँ तोलते हुए अवलोकन करने को कहे। लोहे का एक कि०ग्रा० का बाट एक कि०ग्रा० घी व एक कि०ग्रा० चीनी सभी की संहति एक कि०ग्रा० है। परन्तु आयतन भिन्न है । बी ने अधिक स्थान घेरा इस लिए उसका आयतन अधिक है, लोहे के बाट ने कम जगह घेरी, इसलिए उसका आयतन कम है।

Conclusion – निष्कर्ष :

समान संहति वाले पदार्थों का आयतन भिन्न होता है। समान आयतन के दो पदार्थों में से जिस पदार्थ की संहति अधिक होती है उसकी सघनता अधिक होती है। (Properties of Matter Volume Mass and Density)